Lahore  most polluted city in the world/ लाहौर दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर:

Home   »  Lahore  most polluted city in the world/ लाहौर दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर:

October 23, 2024

Lahore  most polluted city in the world/ लाहौर दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर:

Why in News? Pakistan’s Lahore has been declared the most polluted city in the world, with a shocking Air Quality Index (AQI) of 394.

  • In response, the Punjab government has announced plans to create artificial rain to combat the smog’s impact.
  • The AQI measures the concentration of various pollutants in the air, with anything above 100 deemed unhealthy and over 150 considered “very unhealthy.”

The smog crisis has been exacerbated mainly :

  • by crop residue burning and industrial emissions

Impact of smog:

  • Widespread health issues among residents, including coughing, breathing difficulties, eye irritation, and skin infections.
  • Maryam Nawaz’s Punjab government has also launched an ‘Anti-Smog Squad’ to visit affected areas and raise awareness.

What is Smog?

  • Smog, a blend of smoke and fog, occurs when polluting microparticles combine with cold, moist air, hanging close to the ground, reducing visibility, and causing health problems.

What is long way solution?

  • use of super seeders
  • Strengthening Regulatory Frameworks
  • Air Quality Monitoring
  • Promoting Clean Energy
  • Renewable Energy Sources
  • Energy Efficiency
  • Improving Public Transportation
  • Public awareness –eg- Anti-Smog Squad’
  • The Punjab Chief Minister Maryam Nawaz has called for “climate diplomacy” with India to reduce the smog’s impact.
  • She stressed that both sides should collaborate, noting that stubble burning in India’s Punjabaffects Pakistan due to air currents. “This issue must be addressed with India immediately.

 What is “climate diplomacy & Green Diplomacy?

Climate Diplomacy:

Climate diplomacy refers specifically to international negotiations, agreements, and efforts aimed at addressing climate change and its impacts. It involves discussions among countries, organizations, and stakeholders to develop strategies for reducing greenhouse gas emissions, adapting to climate change, and enhancing resilience.

Key Aspects:

International Agreements: Key frameworks like the Paris Agreement are outcomes of climate diplomacy.

Focus: Primarily on climate-related issues, such as carbon emissions, climate adaptation, and mitigation strategies.

Participants: Involves governments, intergovernmental organizations (like the UN), NGOs, and sometimes private sector actors.

Example: The negotiations held during the annual United Nations Climate Change Conferences (COP) are a major aspect of climate diplomacy.

Green Diplomacy:

Green diplomacy is a broader term that encompasses various diplomatic efforts aimed at promoting sustainable development and environmental protection. It includes addressing issues like biodiversity, pollution, conservation, and sustainable resource management, along with climate change.

Key Aspects:

Broader Scope: While it includes climate issues, it also covers a range of environmental concerns such as water resources, deforestation, and sustainable agriculture.

Focus: Aims for holistic approaches to environmental sustainability and the promotion of green technologies.

Participants: Involves similar stakeholders as climate diplomacy but may also engage more with businesses and local communities.

Example: Agreements on sustainable forestry practices or international treaties to protect endangered species fall under green diplomacy.

Summary of Differences:

Scope: Climate diplomacy is focused on climate change, while green diplomacy encompasses a broader range of environmental issues.

Purpose: Climate diplomacy seeks to mitigate climate change impacts, while green diplomacy promotes overall environmental sustainability.

Approaches: Climate diplomacy often involves binding agreements and emissions targets, while green diplomacy may include softer strategies, such as cooperation on sustainable practices.

Artificial rain, also known as cloud seeding, is a weather modification technique aimed at enhancing precipitation (rainfall) from clouds. It involves introducing substances into the atmosphere to encourage cloud condensation and stimulate rain.

How it Works?

  1. Cloud Formation: Clouds form when moisture in the air condenses around tiny particles (like dust or salt) called condensation nuclei. In certain conditions, these clouds may not produce enough precipitation.
  2. Seeding Agents: In cloud seeding, specific substances are introduced into the clouds to act as additional condensation nuclei. Common seeding agents include:

Silver Iodide: Resembles ice crystals and promotes ice formation in supercooled clouds.

Sodium Chloride (Table Salt): Helps in droplet formation.

Dry Ice (Solid Carbon Dioxide): Lowers the temperature in the cloud, promoting ice crystal growth.

  1. Methods of Seeding:

Aerial Seeding: Aircraft equipped with flares containing seeding agents fly through or over clouds to disperse the substances.

Ground-Based Seeding: Ground-based generators can release seeding agents into the atmosphere, allowing them to be carried upwards by wind.

  1. Precipitation Enhancement: Once the seeding agents are released, they encourage the formation of larger water droplets, which can then fall as precipitation, potentially increasing rainfall in the targeted area.

 लाहौर दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर:

चर्चा में क्यों? ई-पाकिस्तान के लाहौर को दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर घोषित किया गया है, जिसका वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 394 है।

  • इसके जवाब में, पंजाब सरकार ने स्मॉग के प्रभाव से निपटने के लिए कृत्रिम बारिश कराने की योजना की घोषणा की है।
  • AQI हवा में विभिन्न प्रदूषकों की सांद्रता को मापता है, जिसमें 100 से ऊपर की मात्रा को अस्वस्थ और 150 से ऊपर की मात्रा को “बहुत अस्वस्थ” माना जाता है।

स्मॉग संकट का मुख्य कारण:

  • फसल अवशेष जलाने और औद्योगिक उत्सर्जन के कारण

स्मॉग का प्रभाव:

  • निवासियों में खांसी, सांस लेने में कठिनाई, आंखों में जलन और त्वचा संक्रमण सहित व्यापक स्वास्थ्य समस्याएं।
  • मरियम नवाज की पंजाब सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने और जागरूकता बढ़ाने के लिए एक ‘एंटी-स्मॉग स्क्वाड’ भी शुरू किया है।

स्मॉग क्या है?  धुआँ और कोहरे का मिश्रण, स्मॉग तब होता है जब प्रदूषणकारी सूक्ष्म कण ठंडी, नम हवा के साथ मिलकर ज़मीन के करीब लटकते हैं, दृश्यता कम करते हैं और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ पैदा करते हैं।

इसका दीर्घकालिक समाधान क्या है?

  • सुपर सीडर का उपयोग
  • विनियामक ढाँचे को मज़बूत करना
  • वायु गुणवत्ता निगरानी
  • स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देना
  • नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत
  • ऊर्जा दक्षता
  • सार्वजनिक परिवहन में सुधार
  • जन जागरूकता – जैसे- एंटी-स्मॉग स्क्वॉड
  • पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज़ ने स्मॉग के प्रभाव को कम करने के लिए भारत के साथ “जलवायु कूटनीति” का आह्वान किया है।
  • उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि दोनों पक्षों को सहयोग करना चाहिए, उन्होंने कहा कि भारत के पंजाब में पराली जलाने से हवा के प्रवाह के कारण पाकिस्तान प्रभावित होता है। “इस मुद्दे को भारत के साथ तुरंत संबोधित किया जाना चाहिए।

जलवायु कूटनीति और हरित कूटनीति” क्या है?

जलवायु कूटनीति:

  • जलवायु कूटनीति विशेष रूप से जलवायु परिवर्तन और उसके प्रभावों को संबोधित करने के उद्देश्य से अंतर्राष्ट्रीय वार्ता, समझौते और प्रयासों को संदर्भित करती है। इसमें ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने, जलवायु परिवर्तन के अनुकूल होने और लचीलापन बढ़ाने के लिए रणनीति विकसित करने के लिए देशों, संगठनों और हितधारकों के बीच चर्चा शामिल है।

मुख्य पहलू:

  • पेरिस समझौते जैसे प्रमुख ढांचे जलवायु कूटनीति के परिणाम हैं।
  • मुख्य रूप से जलवायु से संबंधित मुद्दों, जैसे कार्बन उत्सर्जन, जलवायु अनुकूलन और शमन रणनीतियों पर।
  • इसमें सरकारें, अंतर-सरकारी संगठन (जैसे संयुक्त राष्ट्र), गैर सरकारी संगठन और कभी-कभी निजी क्षेत्र के अभिनेता शामिल होते हैं।

उदाहरण: वार्षिक संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (सीओपी) के दौरान आयोजित वार्ता जलवायु कूटनीति का एक प्रमुख पहलू है।

हरित कूटनीति:

  • हरित कूटनीति एक व्यापक शब्द है जो सतत विकास और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विभिन्न कूटनीतिक प्रयासों को शामिल करता है। इसमें जलवायु परिवर्तन के साथ-साथ जैव विविधता, प्रदूषण, संरक्षण और सतत संसाधन प्रबंधन जैसे मुद्दों को संबोधित करना शामिल है।

 मुख्य पहलू:

व्यापक दायरा: जबकि इसमें जलवायु संबंधी मुद्दे शामिल हैं, इसमें जल संसाधन, वनों की कटाई और संधारणीय कृषि जैसी पर्यावरणीय चिंताओं की एक श्रृंखला भी शामिल है।

फ़ोकस: पर्यावरणीय स्थिरता और हरित प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देने के लिए समग्र दृष्टिकोण का लक्ष्य।

प्रतिभागी: जलवायु कूटनीति के समान हितधारकों को शामिल करता है, लेकिन व्यवसायों और स्थानीय समुदायों के साथ भी अधिक संलग्न हो सकता है।

उदाहरण: संधारणीय वानिकी प्रथाओं पर समझौते या लुप्तप्राय प्रजातियों की रक्षा के लिए अंतर्राष्ट्रीय संधियाँ हरित कूटनीति के अंतर्गत आती हैं।

मतभेदों का सारांश:

दायरा: जलवायु कूटनीति जलवायु परिवर्तन पर केंद्रित है, जबकि हरित कूटनीति पर्यावरणीय मुद्दों की एक व्यापक श्रृंखला को शामिल करती है।

उद्देश्य: जलवायु कूटनीति जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने का प्रयास करती है, जबकि हरित कूटनीति समग्र पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देती है।

दृष्टिकोण: जलवायु कूटनीति में अक्सर बाध्यकारी समझौते और उत्सर्जन लक्ष्य शामिल होते हैं, जबकि हरित कूटनीति में संधारणीय प्रथाओं पर सहयोग जैसी नरम रणनीतियाँ शामिल हो सकती हैं।

कृत्रिम वर्षा, जिसे क्लाउड सीडिंग के रूप में भी जाना जाता है, एक मौसम संशोधन तकनीक है जिसका उद्देश्य बादलों से वर्षा (वर्षा) को बढ़ाना है। इसमें बादलों के संघनन को प्रोत्साहित करने और बारिश को प्रोत्साहित करने के लिए वातावरण में पदार्थों को शामिल करना शामिल है।

यह कैसे काम करता है?

बादल निर्माण: बादल तब बनते हैं जब हवा में नमी छोटे कणों (जैसे धूल या नमक) के चारों ओर संघनित होती है जिन्हें संघनन नाभिक कहा जाता है। कुछ स्थितियों में, ये बादल पर्याप्त वर्षा नहीं कर सकते हैं।

सीडिंग एजेंट: क्लाउड सीडिंग में, अतिरिक्त संघनन नाभिक के रूप में कार्य करने के लिए बादलों में विशिष्ट पदार्थ पेश किए जाते हैं। आम सीडिंग एजेंटों में शामिल हैं:

सिल्वर आयोडाइड: बर्फ के क्रिस्टल जैसा दिखता है और सुपरकूल्ड बादलों में बर्फ के निर्माण को बढ़ावा देता है।

सोडियम क्लोराइड (टेबल सॉल्ट): बूंदों के निर्माण में मदद करता है।

सूखी बर्फ (ठोस कार्बन डाइऑक्साइड): बादल में तापमान कम करता है, जिससे बर्फ के क्रिस्टल का विकास होता है।

 

 


Get In Touch

B-36, Sector-C, Aliganj – Near Aliganj, Post Office Lucknow – 226024 (U.P.) India

vaidsicslucknow1@gmail.com

+91 8858209990, +91 9415011892

Newsletter

Subscribe now for latest updates.

Follow Us

© www.vaidicslucknow.com. All Rights Reserved.

Lahore most polluted city in the world/ लाहौर दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर: | Vaid ICS Institute