October 1, 2024
‘Jal Saheli’ : जल सहेली
Why in News ? Prime Minister Narendra Modi, while calling for water conservation in his monthly address in the 114th episode of ‘Mann Ki Baat’, praised the efforts of Uttar Pradesh women’s group ‘Jal Saheli’ and women of Madhya Pradesh and said that water saved during rainy days helps a lot in the months of water crisis. Water saved during rainy days helps a lot in the months of water crisis.
- An effort towards water conservation has been seen in Jhansi, Uttar Pradesh. Its identity is linked to water scarcity. Here some women have given new life to the Ghurari river. “
- These women are associated with the Sales Help Group and have led this campaign by becoming ‘Jal Saheli’. These women prepared check dams by filling sand in sacks. They prevented rain water from getting wasted and filled the Ghurari river with water.
- These women have also participated enthusiastically in the construction and revival of hundreds of reservoirs. This has not only solved the water problem of the people of this region but has also brought happiness back on their faces. The Prime Minister said, “Whereas Nari Shakti enhances Jal Shakti, Jal Shakti also strengthens Nari Shakti.”
- The efforts made by women from self-help groups of Jhansi district to become ‘Jal Sahelis’ and conserve and revive the dying Ghurari river is a matter of pride for the entire Uttar Pradesh. This will certainly give new energy to the work of water conservation. These ‘Jal Saheli’ women, who have become a wonderful symbol of women empowerment by helping in the construction of hundreds of water reservoirs, have presented an excellent example of water conservation and promotion while facing many challenges.
जल सहेली:
चर्चा में क्यों? प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘मन की बात’की 114वीं कड़ी के अपने मासिक संबोधन में जल संरक्षण का आह्वान करते हुए उत्तर प्रदेश महिला समूह ‘जल सहेली’और मध्य प्रदेश की महिलाओं के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि बारिश के दिनों में बचाया गया पानी जल संकट के महीनों में बहुत मदद करता है। बारिश के दिनों में बचाया गया पानी जल संकट के महीनों में बहुत मदद करता है।
- पानी के संरक्षण को लेकर एक प्रयास उत्तर प्रदेश के झांसी में देखने को मिला है। यहाँ की पहचान पानी किल्लत से जुड़ी हुई है। यहाँ कुछ महिलाओं ने घुरारी नदी को नया जीवन दिया है।”
- ये महिलाएं सेल्स हेल्प ग्रुप से जुड़ी हैं और उन्होनें ‘जल सहेली’बनकर इस अभियान का नेतृत्व किया है। इन महिलाओं ने बोरियों में बालू भरकर चेकडैम तैयार किया। बारिश का पानी बर्बाद होने से रोका और घुरारी नदी को पानी से लबालब कर दिया।
- इन महिलाओं ने सैकड़ों जलाशयों के निर्माण और उनके पुनर्जीवन में भी बढ़-चढ़कर हाथ बटाया है। इससे इस क्षेत्र के लोगों की पानी की समस्या तो दूर हुई ही है और उनके चेहरों पर, खुशियां भी लौट आई हैं। प्रधानमंत्री ने कहा,“कहीं नारी-शक्ति, जल-शक्ति को बढ़ाती है तो कहीं जल-शक्ति भी नारी-शक्ति को मजबूत करती है।”
- जनपद झांसी के स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं द्वारा ‘जल सहेली’ बनकर मृतप्राय घुरारी नदी के संरक्षण और पुनर्जीवन के प्रयासों का उल्लेख, पूरे उत्तर प्रदेश के लिए गर्व का विषय है। निश्चित ही इससे जल संरक्षण के कार्यों को नई ऊर्जा प्राप्त होगी। सैकड़ों जलाशयों के निर्माण में सहयोग कर महिला सशक्तिकरण की अद्भुत प्रतीक बनीं इन ‘जल सहेली’ महिलाओं ने अनेक चुनौतियों का सामना करते हुए जल संरक्षण एवं संवर्धन का एक बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किया है।