January 17, 2025
Fast-Track Immigration Trusted Traveller Program (FTI-TTP)/फास्ट-ट्रैक इमिग्रेशन ट्रस्टेड ट्रैवलर प्रोग्राम (FTI-TTP):
Why in News ? The government is introducing a fast-track immigration programme for Indian nationals and Overseas Citizen of India (OCI) cardholders at seven major airports
Overview:
- A fast-track immigration programme launched by the Union Home Ministry.
- Aimed at Indian nationals and Overseas Citizen of India (OCI) cardholders.
- Part of the ‘Viksit Bharat@2047’ vision, providing seamless and secure immigration services.
- Union Home Minister Amit Shah will inaugurate the programme.
Key Features:
- Automated e-gates to simplify immigration and reduce human intervention.
- Gratis registration: Free of cost for all eligible passengers in the initial phase.
- One-time online registration:
- Valid for five years or until the passport expires, whichever is earlier.
Eligibility:
- Indian nationals and OCI cardholders.
- Age criteria: 12–70 years.
- Children aged 12–18: Can use their parents’ or guardians’ email addresses and phone numbers for registration.
- Exclusions:
- Holders of ECR (Emigration Check Required) passports are not eligible.
How it Works?
Registration Process:
- Travellers complete a one-time online enrolment.
At the Airport:
- Passengers scan their boarding pass and passport at the e-gate.
- The system verifies biometrics automatically.
Immigration Clearance:
- Upon successful authentication, the e-gate opens, granting clearance.
Phased Implementation:
First Phase:
- Covers Indian nationals and OCI cardholders.
- Airports: New Delhi, Mumbai, Chennai, Kolkata, Bengaluru, Hyderabad, Cochin, Ahmedabad.
Second Phase:
- To include foreign travellers.
- Total implementation across 21 major airports in India.
फास्ट-ट्रैक इमिग्रेशन ट्रस्टेड ट्रैवलर प्रोग्राम (FTI-TTP):
चर्चा में क्यों? सरकार सात प्रमुख हवाई अड्डों पर भारतीय नागरिकों और ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया (ओसीआई) कार्डधारकों के लिए फास्ट-ट्रैक इमिग्रेशन कार्यक्रम शुरू कर रही है।
परिचय
- यह फास्ट-ट्रैक इमिग्रेशन प्रोग्राम केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया है।
- उद्देश्य: भारतीय नागरिकों और ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया (OCI) कार्डधारकों को सुविधा प्रदान करना।
- ‘विकसित भारत@2047’ विजन का हिस्सा, जिससे निर्बाध और सुरक्षित इमिग्रेशन सेवाएं सुनिश्चित होंगी।
- इस प्रोग्राम का उद्घाटन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह करेंगे।
मुख्य विशेषताएँ:
- स्वचालित ई-गेट्स: इमिग्रेशन प्रक्रिया को आसान बनाने और मानव हस्तक्षेप को कम करने के लिए।
- नि:शुल्क पंजीकरण: शुरुआती चरण में सभी पात्र यात्रियों के लिए मुफ्त।
- वन-टाइम ऑनलाइन पंजीकरण:
- 5 साल तक वैध या जब तक पासपोर्ट की वैधता समाप्त न हो, जो भी पहले हो।
पात्रता:
- भारतीय नागरिक और OCI कार्डधारक।
- आयु सीमा: 12–70 वर्ष।
- 12–18 वर्ष के बच्चे: माता-पिता या अभिभावकों के ईमेल और फोन नंबर का उपयोग कर सकते हैं।
- अपात्रता:
- ईसीआर (इमिग्रेशन चेक रिक्वायर्ड) पासपोर्ट धारक पात्र नहीं हैं।
कार्य प्रक्रिया:
पंजीकरण प्रक्रिया:
- यात्री एक बार ऑनलाइन पंजीकरण पूरा करें।
हवाई अड्डे पर:
- यात्री बोर्डिंग पास और पासपोर्ट को ई-गेट पर स्कैन करें।
- प्रणाली स्वचालित रूप से बायोमेट्रिक्स सत्यापित करेगी।
इमिग्रेशन क्लियरेंस:
- सफल सत्यापन के बाद, ई-गेट स्वचालित रूप से खुलेगा, और क्लियरेंस प्रदान की जाएगी।
चरणबद्ध कार्यान्वयन:
पहला चरण:
- भारतीय नागरिकों और OCI कार्डधारकों को कवर करेगा।
- हवाई अड्डे: नई दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोचीन, अहमदाबाद।
दूसरा चरण:
- इसमें विदेशी यात्रियों को शामिल किया जाएगा।
- कुल कार्यान्वयन भारत के 21 प्रमुख हवाई अड्डों पर होगा।