November 26, 2024
Narsapur lace craft:/नरसापुर लेस क्राफ्ट:
Narsapur lace craft:
The famous Narsapur lace craft has recently bagged the prestigious Geographical Indication (GI) tag.
- Narsapur Lace Craft is a traditional handicraft originating from the Narsapur region in the West Godavari district of Andhra Pradesh, India.
About the Narsapur Lace Craft:
- The craft dates back to the colonial period, introduced by Irish missionaries in the 19th century.
- Local women adapted the techniques, creating a unique style using crochet.
- It involves crochet lace-making, a form of needlework using fine threads and a hooked needle.
- Patterns are intricate, and the process is entirely handmade.
- The primary materials are cotton and silk threads.
- These are dyed in vibrant colors to create delicate lace patterns.
- Items include tablecloths, curtains, doilies, garments, bedspreads, and accessories like bags and caps.
- The designs are inspired by nature, including flowers, leaves, and geometric patterns.
नरसापुर लेस क्राफ्ट:
प्रसिद्ध नरसापुर लेस क्राफ्ट ने हाल ही में प्रतिष्ठित भौगोलिक संकेत (जीआई) टैग प्राप्त किया है।
नरसापुर लेस क्राफ्ट एक पारंपरिक हस्तशिल्प है जो भारत के आंध्र प्रदेश के पश्चिमी गोदावरी जिले के नरसापुर क्षेत्र से उत्पन्न हुआ है।
नरसापुर लेस क्राफ्ट के बारे में:
- यह शिल्प औपनिवेशिक काल से है, जिसे 19वीं शताब्दी में आयरिश मिशनरियों द्वारा पेश किया गया था।
- स्थानीय महिलाओं ने तकनीकों को अपनाया, क्रोकेट का उपयोग करके एक अनूठी शैली बनाई।
- इसमें क्रोकेट लेस-मेकिंग शामिल है, जो महीन धागे और हुक वाली सुई का उपयोग करके सुई का काम करने का एक रूप है।
- पैटर्न जटिल हैं, और प्रक्रिया पूरी तरह से हस्तनिर्मित है।
- मुख्य सामग्री कपास और रेशम के धागे हैं।
- नाज़ुक लेस पैटर्न बनाने के लिए इन्हें जीवंत रंगों में रंगा जाता है।
- आइटम में मेज़पोश, पर्दे, डोली, परिधान, बेडस्प्रेड और बैग और टोपी जैसे सामान शामिल हैं।
- डिज़ाइन:
- डिज़ाइन प्रकृति से प्रेरित हैं, जिसमें फूल, पत्ते और ज्यामितीय पैटर्न शामिल हैं।